Drinking Status | Drinking Whatsapp Status | Drinking status for Whatsapp
Posted on June 12, 2020 at 2:48 am
Drinking Status:-Enjoy the Latest Collection of Drinking Status, Drinking Whatsapp Status, for Girls and Boys,Because everyone wants different Status for Social Share.
जाम तो यू ही बदनाम है यारों कभी इश्क करके देखो
या तो पीना भूल जाओगे या फिर पी-पी के जीना भूल जाओगे ||
जाम तो यू ही बदनाम है यारों कभी इश्क करके देखो
या तो पीना भूल जाओगे या फिर पी पी के जीना भूल जाओगे
पिलाने वाले कुछ तो पिला दिया होता,
शराब कम थी तो पानी मिला दिया होता!
एक जहान माँगा था जिसमे बहुत सारा प्यारा मिले
मगर दे दिया मैख़ाना जहा बहुत सारी शराब थी
एक कन्धा माँगा था जिसका मुझे सहारा मिले
मगर दे दी जिंदगी जहाँ दुनिया भर की तन्हाई थी
तुम हसीन हो गुलाब जैसी हो
बहुत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो
दिल की धड़कन में आग लगाती हो
होठों से लगाकर पी जाऊँ तुम्हे सर से पांव तक शराब जैसी हो
निकलूं अगर मयखाने से तो
शराबी ना समझना दोस्त,
मंदिर से निकलता..
हर शख्स भी तो भक्त नहीं होता!
शराब शरीर को खत्म करती है
शराब समाज को ख़तम करती है
आओ आज इस शराब को खत्म करते हैं
एक बॉटल तुम खत्म करो एक बॉटल हम खत्म करते है
लोग कहते हैं पिये बैठा हूँ मैं
खुद को मदहोश किये बैठा हूँ मैं
जान बाकी है वो भी ले लीजिये
दिल तो पहले ही दिये बैठा हूँ मैं
पीता था शराब मैं,
उसने दी छुड़ा अपनी कसम देकर,
जब गया महफ़िल में मैं,
तो दोस्तों ने पीला दी उसी की कसम देकर !!!
तेरी आँखों से यूँ तो सागर भी पिए है मैंने
तुझे क्या खबर जुदाई के दिन कैसे जिए है मैंने
मत कर हंगामा पीकर हमारी गली में,
हम तो खुद बदनाम है तेरी मोहब्बत के नशे में!
कुछ तो शराफत सीख ले इश्क शराब से
बोतल पे लिखा तो है मैं जानलेवा हूँ
मेरी कबर पे मत गुलाब लेके आना
न ही हाथों में चिराग लेके आना
प्यासा हूँ मैं बरसो से जानम
बोतल शराब की और एक गिलास लेके आना
कुछ तो शराफत सीख ले इश्क शराब से
बोतल पे लिखा तो है मैं जानलेवा हूँ ||
पी चुके हैं शराब हम हर गली हर दूकान से,
एक रिश्ता सा बन गया है शराब के ज़ाम से,
पाये हैं ज़ख्म हमने इश्क़ में ऐसे,
कि नफ़रत सी हो गयी है हमें इश्क़ के नाम से !!
उम्मीद नहीं है फिर भी जिए जा रहा हूँ,
खाली है बोतल फिर भी पिए जा रहा हूँ,
पता नहीं वो मिलेंगे या नहीं,
इज़हार-ए-मोहब्बत के लिए पिए जा रहा हूँ!!
तेरी आँखों के ये जो प्याले हैं,
मेरी अंधेरी रातों के उजाले हैं,
पीटा हूँ जाम पर जाम तेरे नाम का,
हम तो शराबी बे-शराब वाले हैं!!
शायरी वो नही लिखते हैं
जो शराब से नशा करते हैं
शायरी तो वो लिखते हैं
जो यादों से नशा करते हैं
शराबी नाम न दो मुझको
मैं तो कभी-कभी पीता हूँ
पहली बार आया हूँ मयकदे में
रोज़ तो घर ही पर पीता हूँ
होंठों पे आज उनका नाम आ गया,
प्यासे के हाथ में आज जाम आ गया,
डोले कदम तो गिरे उनकी बाहों मैं जाके,
आज तो पीना भी हमारे काम आ गया!!
इतनी पीता हूँ कि मदहोश रहता हूँ,
सब कुछ समझता हूँ पर खामोश रहता हूँ,
जो लोग करते हैं मुझे गिराने की कोशिश,
मैं अक्सर उन्ही के साथ रहता हूँ!!
hum acche hi sahi pr log kharab kahte hai
is desh ka bigda huwa nawab kahte hai
hum aise badnaam huwe is shahar mein
k paani piye bhi to log E-se sharab kahte hai
जाम पे जाम पिने से क्या फायदा,
शाम को पी सुबह उतर जाएगी,
अरे दो बूँद मेरे प्यार की पी ले,
ज़िन्दगी सारी नशे में ही गुजर जाएगी!!
na karo sawaal tum is botal se saheb
ye to sabko ke gamu ko door karti hai
sabhi pite hai isko shauk se yahan par
ye kahan kisi ko majbor karti hai
नशा मोहब्बत का हो या शराब का
होश दोनों में खो जाते है
फर्क सिर्फ इतना है की शराब सुला देती है
और मोहब्बत रुला देती है
kab tak purana sharab pilayega
kab tak wahi prem katha sunayega
dil ka tutna khatam nahi huwa
kal phir koi aur naya aayega
खुशियों से नाराज है मेरी जिंदगी
प्यार की मोहताज़ है मेरी जिंदगी
हंस लेता हूँ लोगो को दिखाने के लिए
वरना दर्द की किताब है मेरी जिंदगी
इश्क़-ऐ-बेवफ़ाई ने डाल दी है आदत बुरी,
मैं भी शरीफ हुआ करता था इस ज़माने में,
पहले दिन शुरू करता था मस्जिद में नमाज़ से,
अब ढलती है शाम शराब के साथ मखाने में!!
lee hai sharabhar har gali har dukaan se
ek dosti si hu gayi ha sharab ke jaam se
guzre hai hum ishq ke kuch aise mukam se
k nafrat si ho gayi hai mohabbat ke naam se
हर जाम पी गया मैं, ऐ दर्दे-जिंदगानी
फिर भी बड़ा तरसा हूं, कुछ और शराब दे दो
देखूँगा कभी ऐ शऱाब,
तुझे अपने लबों से लगाकर,
तू मुझमे बसेगी,
कि मैं तुझमें बसूँगा।
तेरी ग़फ़लतों को खबर कहाँ
मेरे हाल-इ-दिल पे नज़र कहाँ तू जफ़ा की हद में आ न सका
मैं वफ़ा की हद से गुज़र गया
Log peetha Hai Sharab Mehkhane Ja-Ja Kar,
Jo Dho Pal Mein Utar Jaayegi,
Humne Tho Pee Hai Aapne Mehaboob Ki Aankon Se,
Jo Umar Bhar Naa Utar Payegi.
हो चुकी मुलाकात अभी सलाम बाकी है
तुम्हारे नाम की दो घूँट शराब बाकी है
तुमको मुबारक हो खुशियों का शामियाना
मेरे नसीब में अभी दो गज ज़मीन बाकी है
mein unki aankhon se chalakti sharab pita hun
gareeb ho kar bhi mahengi sharab pita hun
mujhe nashe mein wo bahekne nahi dete
unhe to khabar hi nhi ki mein kitni sharab pita hun
आती हैं जब भी हिचकियाँ अब,
शराब मैं पी लेता हूँ….अब तो वो वहम भी छोड़ दिया है,
कि कोई मुझे भी याद करता है…..
पीना चाहते थे हम सिर्फ एक जाम
मगर पीते पीते शाम से सवेयर हो गयी
बहके बहके कदम धीरे धीरे चले
इसलिए आने में ज़ारा सी देर हो गयी
Gum Iss Kadar Mila Ki Khabarakar Pee Gaye Hum,
Khushi Thodi si Mili, Use Kush Hoke Pee Gaye Hum
Yoo Tho Naa The Hum Peene Ke Aadi
Sharab Ko Thanha Dekha, Tho Tharas Khakar Pee Gaye Hum!
Ithni Peetha Hum Ki Madhosh Rahtha Hum,
Sab Kuch Samchtha Hum Par Khamosh Rahtha Hum
Jo Log Karth Hai Mujhe Girane Ki Koshish
Main Aksar Unhi Ke Saath Rahtha Hum.
Sharabi Shareer Ko Khatam Karti Hai,
Sharaab Samaaj Ko Khatam Karti Hai,
Aao Aaj Iss Sharaab Ko Katham Karthe Hai
Ek Bothal Thum Katham Karo
Ek Bothal Hum Khatham Karthe Hai !
Paani Main Viski Milaao tho Nasha Chadtha Hai
Paani Main Rum Milaao Tho Nashaa Chadtha Hai
Paani Main Brandy Milaao Tho Nasha Chadtha Hai
Lagtha Hai Saala Paani Main Hi Kuch Jadbad Hai
मैं तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती,
मैं जवाब बनता अगर तू सवाल होती
सब जानते है मैं नशा नही करता
मगर मैं भी पी लेता अगर तू शराब होती
Hai ye sharaab dard ki dawa mere,
Isey peene mein koi kharaabi nahi,
Hota hai jab dil mein dard to pee leta hoon,
Waise hoon main sharaabi nahi
मिलावट है तेरे इश्क में
इत्र और शराब की
कभी हम महक जाते हैं
कभी हम बहक जाते हैं
Hum Tho Ji Rahe The Unka Naam Lekar;
Vho Guzarthe The Humara Salaam Lekar;
Kal Vho Kah Gaye Bhula Dho Humko
Humne Poocha Kaisai, Vho Chale Gaye Haathom Main Jaam Dekar
उसने हर नशा सामने लाकर रख दिया
और कहा सबसे बुरी लत कौनसी हैं
मैने कहा तेरे प्यार की
दुःख इस तरह मिला कि घबराकर पी गए हम,
ख़ुशी अगर थोड़ी मिली तो उसे भी मिलाकर पी गए हम,
यूं तो ना थी जनम से पीने की आदत हमें,
देखा जब शराब तो अकेला तो तरस खाकर पी गए हम …!!!
कभी यारो की महफ़िल मे बैठ के हम भी पिया करते थे
कभी यारो के यार बन के हम भी जिया करते थे
ज़िंदगी ने की बेवफाई वरना
हम भी ज़िंदगी से प्यार किया करते थे
दर्द की इस महफ़िल में एक शेर मैं भी अर्ज़ करता हूँ,
ना किसीसे दवा और ना दुआओं की उम्मीद करता हूँ,
कई चेहरें लेकर जीते हैं लोग यहाँ इस दुनिया में,
मैं तो इन आंसुओं को एक चेहरें के लिए पीया करता हूँ !!
तन्हाई में भी कहते है लोग जरा महफ़िल में जिया करो
पैमाना लेके बिठा देते है मैखाने में और कहते है जरा तुम कम पिया करो
मत पूछ उसके मैखाने का पता ऐ साकी
उसके शहर का तो पानी भी नशा देता है
तुम्हारे नैनो के ये जो प्याले हैं,
मेरे लिए अँधेरी रातों में उजाले हैं,
पीता हूँ शराब के जाम तुम्हारे नाम के,
हम तो शराबी बे-शराब वाले हैं !!
रात हम पिए हुए थे मगर
आप की आँखें भी शराबी थीं
फिर हमारे खराब होने में
आप ही कहिये क्या खराबी थी
गम इस कदर मिला की घबरा के पी गये
खुशी थोड़ी सी मिली तो मिला के पी गये
यूँ तो ना थी जनम से पीने की आदत
शराब को तन्हा देखा तो तरस खा के पी गये
मोहब्बत से गुजरा हूँ
अब मयख़ाने में जाना है
दोनों का असर एक ही है
बस होश ही तो गंवाना है
दुःख इतना मिला कि हम घबरा कर पी गए,
ख़ुशी अगर थोड़ी सी भी मिली तो उसे मिलाकर पी गए,
यूं तो ना थी हमें शराब पीने कि आदत,
पर शराब को तनहा देखा तो तरस खाकर पी गए !!
तुम क्या जानो शराब कैसे पिलायी जाती है
खोलने से पहले बोतल हिलाई जाती है
फिर अबाज़ लगाई जाती है आ जाओ टूटे दिल वालो
यहाँ दर्दे-दिल की दबा पिलाई जाती है
सोचा था कुछ और, लेकिन हुआ कुछ और
इसीलिए ये भुलाने के लिए चले गए शराब की ओर
उम्मीद नहीं है फिर भी जिए जा रहा हूँ
खाली है बोतल फिर भी पिए जा रहा हूँ
पता नहीं वो मिलेंगे या नहीं
इज़हार-ए-मोहब्बत के लिए पिए जा रहा हूँ