
Famous hindi shayari, खत पे खत हमने भेजे पर जवाब आता नहीं कौन सी ऐसी खता हुयी मुझ को याद आता नहीं,
क्या पता था, दोस्त ऐसे भी दगा दे जाएगा , अपने दुश्मन को मेरे घर का पता दे जाएगा…..
कौन कहता ही की छेद आसमां में हो नहीं सकता, इक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों…….
कुछ खास जादू नही है मेरे पास, बस बातें दिल से करता हूँ..!!!!
कोई इसके साथ है , कोई उसके साथ है , देखना ये चाहिए , मैदान किसके हाथ है…..
कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने, मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये…!!!
किसी को मकां मिला,किसी के हिस्से में दुकां आई, मैं घर में सबसे छोटा था,मेरे हिस्से में माँ आई…..
काश बनाने वाले ने दिल कांच के बनाये होते, तोड़ने वाले के हाथ में ज़ख्म तो आये होते…..
कांच की गुडिया ताक में कब तक सजाये रखेंगे, आज नहीं तो कल टूटेगा, जिसका नाम खिलौना है…..
कही से सुना था उसने, की जीवन काँटों भरा होता है,तब से सदा वो दूसरों के जीवन में कांटे बोता है…..
कभी झुकने की तमन्ना कभी कड़वा लहजा अपनी उलझी हुयी आदतों पे रोना आया
उसको रुखसत तो किया था, मुझे मालून न था. सारा घर ले गया, छोड़ के जाने वाला…..
उसके होंठों पे कभी बददुआ नहीं होती , बस इक माँ है जो मुझसे कभी खफा नहीं होती.
उस शख्स में बात ही कुछ ऐसी थी दिल नहीं देते तो जान चली जाती..!
उलझा दिया दीमक ने ये कैसे शरारत की कागज तो नहीं चाटा ,तहरीर मिटा दी है
उम्र कैद की तरह होते हे कुछ रिश्ते ,, जहा जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नही ll
उजाले में शमा जलाने से क्या फायदा, वक्त गुजरने के बाद पछताने से क्यां फायदा
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाये
इस जहां में कब किसी का दर्द अपनाते हैं लोग , रुख हवा का देख कर अक्सर बदल जाते हैं लोग
आवारगी छोड़ दी तो लोग भूल जायेंगे ,, आवारापन ही सही, कुछ तो पेहचान हे !!
आज आगोश में था और कोई , देर तक हम तुझे न भुला सके …..
आईना टूट भी जाए तो कोई बात नहीं, लेकिन दिल न टूटे ये बिकते नहीं बाजारों में
अरमां तमाम उम्र के सीने में दफ़न हैं…. हम चलते फिरते लोग मजारों से कम नहीं…..
अपने ही साए में था, मैं शायद छुपा हुआ, जब खुद ही हट गया, तो कही रास्ता मिला…..
अँधेरा कब्र का इतने में ही खुश है , की जलता है कोई ऊपर दिया तो…
अचानक चौंक उठा हूँ , जिस दम पड़ी है आँख , आये तुम आज भूली हुयी याद की तरह……
अगर किस्मत आज़माते-आज़माते थक गये हों… तो कभी ख़ुद को आज़माईये, नतीजे बेहतर होंगें…!!!…
अकेले बैठोगे, तो मसले जकड लेंगे., ज़रा सा वक़्त सही , दोस्तों के नाम करो…..
~सँभाल कर रखिए, जरा अपने दिल को जनाब . . . . ~ये टूटते ही नहीँ, चोरी भी बहुत होते है . . . .